एक पेड़ मां के नाम की बलि चढ़ाता कोटा फॉरेस्ट विभाग के डिप्टी रेंजर,आम के चार फलदार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर दी
बिलासपुर /कोटा
दबंग भारत 24 न्यूज़
देश की यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पूरे देश भर में एक पेड़ मां के नाम की मुहिम चलाया जा रहा जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के द्वारा एक पेड़ मां के नाम की योजना को धरातल पर पूरा कैसे हो इस योजना को पूरा करने में रात दिन लगा दिया गया है ,
प्रदेश के समस्त कलेक्टर से लेकर फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी और सभी विभागों के अधिकारियों को बार-बार अवगत कराया गया है की एक पेड़ मां के नाम योजना को सफल बनाने में सभी का सहयोग से ही पूरा होगा परंतु बिलासपुर जिले के कोटा फॉरेस्ट क्षेत्र से लगे कोटा से बेलगहना मार्ग पर नवागांव और सलका के बीच राजस्व की जमीन पर सड़क के किनारे चार आम के विशाल वृक्ष लगे हुए थे , आम के फलदार पौधे इतने पुराने लग रहे थे जैसे दशकों पहले बड़े बुजुर्ग के द्वारा अपने खेत की मेड़ पर आम के फलदार पौधे लगाए हुए लग रहे थे, परंतु दलालों और फॉरेस्ट विभाग की मिली भगत से उन चारों विशाल पौधों को दशहरे की सरकारी छुट्टी होने के बाद उन्हें काट दिया गया मिली जानकारी के अनुसार कोटा फॉरेस्ट विभाग के द्वारा दलालों के साथ मिली भगत करके आसपास क्षेत्र के सैकड़ो पौधों को समय-समय पर कटवाते रहते हैं
परंतु वे अब भूल चुके हैं की प्रदेश में भाजपा की सरकार के द्वारा एक पेड़ मां के नाम की मुहिम पूरे छत्तीसगढ़ में जोरो से चलाया जा रहा है और जिले के कलेक्टर महोदय के द्वारा भी बार-बार समीक्षा मीटिंग के दौरान आदेश देते हुए भी अवगत कराया गया है, परंतु उसके बाद भी फारेस्ट विभाग के लापरवाह अधिकारी और बीट गार्ड चौकीदार के मौजूदगी में अंजाम दिया जा रहा आगे देखाना होगा की जिले के कलेक्टर महोदय और फारेस्ट विभाग अधिकारीयों के द्वारा अपने कर्मचारियों और अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करती है,
जब हमने फारेस्ट विभाग के सरकारी कर्मचारी से इस बारे में जानकारी चाहिए कि आम की फलदार वृक्ष को क्या कोई व्यक्ति या दलाल के द्वारा काटा जा सकता है तो उन्होंने हमें बताया कि आप किसी भी फलदार वृक्ष को नहीं काट सकते हो उसके लिए कलेक्टर से लेकर फॉरेस्ट विभाग तक परमिशन लेना पड़ता है आप इसी बात से अंदाजा लगा लीजिए कि मामला कितना गंभीर है